कृपा शंकर/न्यूज़ 11 भारत
बोकारो/डेस्क:-भीषण गर्मी है, सूरज की तपिश से लोगों की प्यास और पानी की जरूरत बढ़ती जा रही है. इधर लगभग 30 दिनों से बेरमो विधानसभा क्षेत्र स्थित ग्रामीण जलापूर्ति योजना जैनामोड़ ठप है. जो जरीडीह प्रखंड के आठ पंचायतों के दर्जनों गांव में पेयजलापूर्ति के लिए चालू किया गया था. इस गर्मी में करीब 7000 की आबादी पेयजल को तरस रहा हैं. जनता गुहार कर थक चुकी है. यह क्षेत्र बेरमो विधानसभा तथा गिरीडीह लोकसभा का हिस्सा है.
नेता जी और अधिकारी चुनाव में मस्त जनता पेयजल के लिए त्रस्त-
पेयजलापूर्ति बाधित रहने से ग्रामीणों को पानी के लिए पानी-पानी होना पड़ रहा है. चुनावी समर में आम जनता की समस्या समाधान के लिए पहल करने वाले नेता और पदाधिकारी चुनाव में व्यस्त है. कर्तव्य बोध से अनजान हैं और जनता परेशान है. बावजूद इसके अपने पक्ष में लंबी-लंबी दलीलें देने वाले जनप्रतिनिधियों की संवेदन नहीं जगी है. जबकि ये जनप्रतिनिधि घर घर, डगर डगर अपने लिए वोट मांगने जरूर जा रहे है. लेकिन इन्हें, लोगों की मूलभूत सुविधाओं में भी होने वाली कठिनाइयों से कोई मतलब नहीं है. जैनामोड़ ग्रामीण जलापूर्ति योजना को लेकर सूबे की सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च की. परंतु इस योजना को सुचारू रूप से संचालित करने को लेकर जिम्मेवार लोगों ने कभी रुचि दिखाई ही नहीं. नतीजतन, उदासीनता के कारण लोगों को इस योजना का समुचित लाभ नहीं मिल पाया है. यही हाल रहा तो महिलाएं अब हड़िया, तसला लिए मजबूरन पानी के लिए सड़कों पर उतरने को विवश हो जाएगी.
अपने निर्माण कार्य से ही भगवान भरोसे चल रहा जलापूर्ति योजना-
गौरतलब है कि, अपने निर्माण काल से ही यहां की जलापूर्ति योजना भगवान भरोसे ही चल रही है. व्यवस्था ऐसी है कि महीने में बमुश्किल एक सप्ताह भी ढंग से जलापूर्ति मिल जाए, तो लोग इसे ईश्वरीय वरदान मान लेते हैं. जरीडीह प्रखंड के तातरी उतरी, दक्षिणी,खुटरी, जैना, टांड़ मोहनपुर , बांधडीह उतरी, दक्षिणी आदि पंचायतें इस योजना जुड़ी है. जलापूर्ति ठप होने से मजबूरन लोगों जैसे-तैसे पेयजल की व्यवस्था कर कंठ भीगोने को विवश हैं.
यही हाल रहा तो आने वाले समय में ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ेगी-
ग्रामीण जलापूर्ति योजना जैनामोड़ जिस प्रकार संबंधित विभाग और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार रहा है. शुरू से अभी तक ग्रामीणों को इस योजना का समुचित लाभ नियमित तौर पर कभी नहीं मिलना इस बात का गवाह है. यही हाल रहा तो आने वाले समय में यह योजना कभी भी दम तोड़ सकती है.
इस संबंध में रामप्रवेश राम (कार्यपालक अभियंता चास, बोकारो) ने कहा कि जैनामोड ग्रामीण जलापूर्ति योजना में आई तकनीकी गड़बड़ी को तत्काल ठीक कर लिया गया है. शुक्रवार को योजना से पेयजलापूर्ति चालू हो जाएगी