रांची: हर वर्ष बारिश के दिनों में इलाही नगर आम नागरिक सुविधा से जुझते हैं. इस इलाके में आम नागरिक सुविधा जैसे सड़क, नाली एवं बिजली पोल-तार की समस्या से परेशान हो उठे हैं. रांची नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 35 अंतर्गत इलाही नगर क्षेत्र के निचले इलाके में बसा है. यह कुटीर उद्योग बहुल क्षेत्र है. छोटे-छोटे कुटीर उद्योग इस क्षेत्र के लोगों के जीविकापार्जन का मुख्य साधन है. मगर इस क्षेत्र पर न तो सांसद, ना तो विधायक और न ही पार्षद का ध्यान है. नगर निगम एवं बिजली निगम भी इस क्षेत्र पर मेहरबानी नही दिखाते हैं. जिसके कारण बारिश के दिनों में इस क्षेत्र के लोगों रहना बहुत मुश्किल हो गया है.
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कच्ची सड़क तालाब में तब्दील
दो दिनों तक नॉन स्टॉप बारिश से इलाही नगर क्षेत्र के निचले इलाकों में पानी भर गया है. मुसलाधार बारिश से इस क्षेत्र की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं. क्षेत्र के लघु उद्यमी उपेंद्र कुमार ने बताया कि उनका एक कुटीर उद्योग इलाही नगर के निचले क्षेत्र (खेत मोहल्ला, फातिमा मस्जिद के पीछे) में स्थित है. जहां इस इलाके के लगभग दो दर्जन महिलाएं व पुरुष कार्य करते हैं. उनकी जीविकोपार्जन का साधन भी यही छोटा-मोटा उद्यम है.
कनेक्शन लेने के बावजूद नहीं लगा स्थाई बिजली पोल, बांस के सहारे जल रही बिजली
उपेंद्र कुमार ने बताया कि क्षेत्र के लोग अपने एवं अपने लघु व कुटीर उद्योग के लिए बिजली विभाग से बकायदा कनेक्शन ले रखा है. लेकिन अभी तक बिजली विभाग द्वारा उन्हें सीमेंट के पोल उपलब्ध नहीं कराया है. वे अपने स्तर से बांस के पोल के सहारे बिजली का तार खींचकर काम चला रहे हैं. बरसात में बिजली के तार टंगे बांस के पोल (खंभे) दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे हैं. बिजली निगम के संबंधित अधिकारियों से कई बार संपर्क कर सीमेंटेड पोल लगाने का अनुरोध किया, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
सड़क में गढ़ें ही गढ़ें
इस क्षेत्र के लोग बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं. सड़क के नाम पर सिर्फ गढ़े ही गढ़े हैं. क्षेत्र के लोग अपने स्तर से जाने-आने के लिए कामचलाउ कच्ची सड़क का निर्माण करवाया है. इस संबंध में वार्ड पार्षद, स्थानीय विधायक व सांसद से भी कई बार गुहार लगाई. मगर कहीं से कोइ पहल नहीं हुई. इसको लेकर स्थानीय निवासी इरफान खान आदि ने भी इसकी शिकायत की है.
क्या कहते हैं पार्षद
पार्षद झरी लिंडा ने कहा कि निगम में फंड नहीं है. ऊपर से काम नहीं हो पा रहा है. फंड आते ही काम कराया जाएगा.