- कैसे ट्रेन से दिल्ली भेजी गई इतनी बड़ी रकम ?
- सच्ची है बात या फिर बुनी हुई है कोई फर्जी कहानी, या फिर है झारखंड पुलिस का डर्टी पॉलिटिक्स ?
रांची : बकोरिया कांड की वाकई यह कोई कहानी है या किसी की जुबानी. दरअसल, पुलिस अधिकारियों पर सीबीआई जांच रूकवाने के लिए कारोबारियों से लेकर अधिकारियों से 19 करोड़ रूपये की उगाही का आरोप लगा है. इतनी बड़ी रकम जुटाने का मकसद केस मैनेज करना बताया जा रहा है. लेकिन सबूतों के नाम पर जिन फोन टैंपिंग की बात हो रही है वो सच भी है या फिर हवा-हवाई है. क्योंकि आज जब एंटी हैकिंग के कई ऐप मौजूद हैं तो फिर फोन का कोई क्यों इस्तेमाल करेगा.
न्यूज 11 भारत ने भी सीबीआई के सूत्रों से बात की तो उन्होंने भी ऐसे सबूतों से इनकार किया. दरअसल यह झारखंड पुलिस का डर्टी गेम है. पहले भी पुलिस अधिकारी अपनी कॉलर उंची करने के चक्कर में एक दूसरे पर कीचड़ उछाल चुके हैं. जबकि डीजीपी कमल नयन चौबे ने आने के साथ पुलिस अधिकारियों को ऐसा करने को लेकर चेताया था, क्योंकि इससे पुलिस विभाग की छवि धूमिल होती है.
सूबे में सरकार नई है. मौसम भी पोस्टिंग का है. कहीं न कहीं पुलिस अधिकारियों की मंशा एक के कंधे पर चढ़कर अपना कद उंचा करने की तो नहीं.
न्यूज 11 भारत भी चाहता है बकोरिया कांड की निष्पक्ष जांच हो और सीबीआई के साथ कानून अपना काम करे लेकिन सरकार से यह भी आग्रह है कि इसपर नजर रखे ताकी पुलिस विभाग के डर्टी गेम में ईमानदार पुलिसवाला कहंी न बदनाम हो जाए