भजन सम्राट नरेंद्र चंचल का दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया है. वह 80 साल के थे. नरेंद्र चंचल पिछले तीन महीने से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था.
नरेंद्र चंचल ने कई प्रसिद्ध भजनों के साथ हिंदी फिल्मों के भी गाने गाए हैं. उन्होंने न सिर्फ शास्त्रीय संगीत में अपना नाम कमाया बल्कि लोक संगीत में भी लोगों की दिल जीता.
नरेंद्र चंचल ने बचपन से ही अपनी मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते हुए सुना. इसी वजह से गायकी में उनकी रुचि बढ़ी. उनके शरारती स्वभाव और चंचलता की वजह से उनके शिक्षक उन्हें 'चंचल' कहकर बुलाते थे. बाद में नरेंद्र ने अपने नाम के साथ हमेशा के लिए चंचल जोड़ लिया.
उन्होंने राज कपूर की फिल्म बॉबी में 'बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो' गाना गाया. ये गाना आज भी लोगों की जुबान पर रहता है. नरेंद्र चंचल को पहचान मिली फिल्म 'आशा', में गाए माता के भजन 'चलो बुलावा आया है' से जिसने रातों रात उन्हें मशहूर बना दिया.