रांचीः कोविड 19 ने झारखंड की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है. चालू वित्तीय वर्ष 2020-2021 में राज्य का GSDP स्थिर मूल्य में 6.9 प्रतिशत और प्रचलित मूल्य में 3.2 प्रतिशत संकुचन की संभावना है. इस तरह 2020-21 में GSDP स्थिर मूल्य पर 2, 23, 566 करोड़ एवं प्रचलित मूल्य पर 2,44, 805 करोड़ रुपया होने का अनुमान है. अगले वित्तीय वर्ष में GSDP में 13.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है .
झारखंड में प्रति व्यक्ति आय 2011-12 में 41 , 254 रुपया था. जबकि 2019-20 में ये स्थिर में 57, 863 रुपये और प्रचलित मूल्य में ये 79 ,873 रुपये रही. मतलब स्थिर मूल्य में 5.2 प्रतिशत और प्रचलित मूल्य में 9.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.
राज्य की अर्थव्यवस्था के तीनों प्रमुख क्षेत्र में तीव्र दर से बढ़ोत्तरी हुई है. सकल घरेलू मूल्यवर्धन में खनन-उत्खन का संयोजन में 2011-12 में 45.4 प्रतिशत योगदान था. जो वर्ष 2019-20 में घटकर 41.7 प्रतिशत हो गया है.
फरवरी 2015 में नई मौद्रिक नीति के बाद भारत और झारखंड मुद्रास्फीति दर कम हो गई है. 2016 से 2019 तक ये 6 प्रतिशत से नीचे रही. राज्य में जमा राशि औसतन 9.9 प्रतिशत और वित्तीय वर्ष 2014-15 और 2019-20 के बीच 7.9 प्रतिशत की औसत वार्षिक दर से बढ़ी है. राज्य में क्रेडिट डिपॉजिट अनुपात पिछले कुछ वर्ष में घटा है.