कृपा शंकर/न्यूज़ 11 भारत
बोकारो/डेस्क: बेरमो विधायक धनबाद लोकसभा कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह के पति जय मंगल सिंह ने शनिवार को होटल रिलायंस में पंचायत समिति सदस्यों से मुलाकात की. सभी प्रतिनिधियों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की. 1932 को लेकर चुनाव में चल रहे बाहरी-भीतरी मुद्दे को लेकर कहा कि ढुल्लू महतो बिहार के नवादा से आकर, झारखंडी हो जाते हैं और नवादा के उसी गांव से मैं आता हूं. लेकिन मैं बिहारी हो जाता हूं. कहा कि मैं 1932 का नहीं 1908 का हूं. भीम राव अम्बेडकर की बात करने वाले, 1932 के नाम पर आदमी को भटकाने वाले को संविधान याद नहीं है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि तिलका मांझी जो बिहार के भागलपुर के रहने वाले थे. क्या उनको बिहार के भागलपुर तक सीमित कर देंगे.
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में कांग्रेस और झामुमो ने लागू किया 1932-
उन्होंने कहा कि भाजपा ने 1985 लागू किया था. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कांग्रेस की सरकार ने 1932 लागू करा. व्हाट्सएप ग्रुप देखकर लोग धारणा बना लेते हैं. जबकि हकीकत कुछ और होता है. कहां की 1930 में मेरी बड़ी बुआ चंदनक्यारी के महाराज के घर बहू बनकर आई थी.
1932 के सच्चे समर्थक है तो कांग्रेस या झामुम में शामिल हो ढुल्लू महतो-
आगे, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड राज्य अलग करने के लिए सबसे बड़ी लड़ाई शिबू सोरेन खानदान ने लड़ी. 1932 भी लागू किया. मैं खुले मंच से बोलता हूं कि ढुल्लू महतो 1932 के सच्चे समर्थक हैं, तो झारखंड मुक्ति मोर्चा या कांग्रेस ज्वाइन कर ले. मैं प्रत्याशी अनुपमा सिंह को विड्रा कर लूंगा. कहा कि अभी लोगों के सामने यह सवाल है कि आने वाले समय में चुनाव होगा कि नहीं. संविधान यही रहेगा या बदल जाएगा.