गोड्डा : न्यूज11 भारत की खबर पर सीएम हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया है. महिला के द्वारा सड़क पर बच्चे के जन्म देने के मामले को गंभीर बताते हुये . @dcgodda को टैग कर लिखा है कि यह अत्यंत गंभीर मामला है. ऐसी घटना होना पूरे राज्य के लिए पीड़ादायक है. कृपया मामले की जांच कर कठोर कार्रवाई करते हुए सूचित करें. साथ ही सीएम ने सभी जिला के डीसी को भी ऐसी घटना ना हो इसको सुनिश्चित करने के लिए लिखा है. उन्होंने लिखा है कि सभी जिलों के उपायुक्त कृपया ध्यान दें! जिलों में ऐसी घटना न हो इसके लिए आप सभी समुचित कार्यप्रणाली बनाकर उसका पालन करवाएं.
क्या है पूरा मामला
गोड्डा जिला में स्वास्थ्य विभाग की पोल खुली. स्वास्थ्य केन्द्र बन्द रहने के कारण सड़क पर ही एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया. एक ओर सरकार जहां संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए लाखों खर्च कर रही है. इसके लिए लाखों की लागत से हर गांव में स्वास्थ्य केन्द्र खोला. हर स्वास्थ्य केन्द्र में दो-दो एएनएम प्रतिनियुक्त किया गया है. बावजूद इसके स्वास्थ्य केंद्रों से गर्भवती महिलाओं को लाभ नहीं मिल पा रही है. गोड्डा जिला के पोडै़याहाट प्रखण्ड के डेवडाड़ उपस्वास्थ्य केन्द्र बंद रहने के कारण प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला ने स्वास्थ्य केंद्र के बाहर ही बच्चे को जन्म दिया. परिजनों ने बताया कि बार-बार सहिया को फोन करने पर फोन बंद पाया गया.
यह वही गोड्डा जिला है, जब गोड्डा डीसी को जब प्रसव पीड़ा हुआ था तो गोड्डा जिला के तमाम डॉक्टर दो दिनों तक डीसी की खिदमत में लगे रहे और सुरक्षित प्रसव कराने का तमगा ले लिया. साथ ही डीसी ने सरकारी अस्पताल में प्रसव कराकर सरकारी अस्पताल के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ाने का काम किया था. इसके लिए पूरे देश में डीसी की सराहना भी हुई थी, मगर आज स्वास्थ्य विभाग की पोल खुल गई और एक मजबूर मां ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया.