PMLA के तहत ईडी ने 5 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मामले में फेमिका प्रेस इंडस के निदेशक जयराम सिंह, फेमिका प्रेस इंडस लिमिटेड जमशेदपुर,राकेश सिंह,मैसर्स फेमिका प्रेस इंडस के निदेशक, सनमास मशीन टूल प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स प्रथम डील मार्क प्राइवेट लिमिटेड कोलकाता और अन्य अज्ञात लोगों ने 2013 से 2015 के दौरान साजिश करके धोखाधड़ी से रुपये की कुल ऋण को मंजूरी देकर बैंक को धोखा दिया.
लगभग 1584.95 लाख रुपए की स्वीकृत ऋण की राशि में से 6,90,58,642 रुपए ऋण की मंजूरी के वास्तविक उद्देश्य के अलावा अन्य उद्देश्य के लिए राशि को परिवर्तित करके गलत किया गया था. जिसके बाद पूरा लोन एनपीए बन गया. वहीं 1584.95 लाख रुपये बैंक ऑफ इंडिया,टेल्को ब्रांच,जमशेदपुर और इसी तरह खुद को और दूसरों को गलत लाभ.
ईडी ने यह भी खुलासा किया कि मैसर्स फेमिका प्रेस इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, जयराम सिंह और राकेश सिंह द्वारा प्रबंधित एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है, दोनों कंपनी के निदेशक हैं. ये कंपनी झारखंड के जमशेदपुर में स्थित है. टाटा मोटर्स लिमिटेड और टीएमएल ड्राइव लाइन लिमिटेड के सहायक के रूप में शीट मेटल ऑटो घटकों के निर्माण में लगे हुए हैं.