भाजपा नेताओं ने बिजली विभाग के खिलाफ मोर्चा, बिजली अधिकारियो के संपति की जांच की मांग
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-रामनवमी पर्व के दौरान बिजली फीडर और सब स्टेशन के मेंटेनेंस के नाम पर की गई बिजली कटौती से हजारीबाग के उद्योग जगत को करीब 50 करोड़ का नुकसान हो गया. यह दावा शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा नेता भैया अभिमन्यु प्रसाद ने किया. उनके साथ वरिष्ठ भाजपा नेता बटेश्वर मेहता भी थे. उन्होंने दावा किया की बिजली विभाग में फीडर और सब स्टेशन के मेंटेनेंस के नाम पर बिजली अधिकारी बड़ा खेल खेल रहे हैं. यह खेल कमीशनखोरी के लिए खेला जा रहा है. बिजली अधिकारी ठेकेदार से लाभान्वित होने के लिए मेंटेनेंस का खेल खेलते हैं. उन्होंने कहा कि बिजली विभाग हर पर्व त्योहार और बरसात के पहले और बाद में मेंटेनेंस का खेल खेलता है. यदि वास्तव में बिजली फीडर और सब स्टेशन का मेंटेनेंस धरातल पर होता है तो जिले में बिजली की इतनी बदतर व्यवस्था क्यू...? मेंटेनेंस के नाम पर बिजली काट बिजली अधिकारी जिले की जनता को ही परेशान नही कर रहे बल्कि उद्योग धंधे को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
जांच एजेंसियां जांच करे तो बिजली अधिकारी होंगे बेनकाब
भाजपा नेताओं ने कहा की यदि जांच एजेंसियां ईमानदारी से बिजली अधिकारियो के चल अचल संपत्ति की जांच करे तो कई बिजली अधिकारी न केवल बेनकाब होंगे बल्कि जेल जाएंगे. मेंटेनेंस, आपूर्ति, रखरखाव के नाम पर बिजली विभाग में बहुत बड़ा खेल चल रहा है. सब कुछ ठेकेदारों के जिम्मे सौप बिजली अधिकारी बड़े पैमाने पर कमीशन खा रहे हैं.
उठाया शहर में अंडरग्राउंड कैबलिंग का मामला
प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा नेताओं ने शहर और इंडस्ट्रियल एरिया में अंडरग्राउंड कैबलिंग का भी मामला उठाया. कहा की यदि अंडरग्राउंड केबलिंग हो जाती तो बिजली संकट ही समाप्त होता बल्कि बिजली चोरी की भी समस्या खत्म हो जाती, मगर बिजली अधिकारी नही चाहते की अंडरग्राउंड कैबलिंग हो. अगर यह हो जाता है तो उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा ठेकेदारों से मिलना बंद हो जाएगा.
उद्योग जगत और आम लोग यदि ईमानदार हो जाए तो खत्म हो जाएगी बिजली समस्या: सहायक अभियंता
बिजली अधिकारियो का नहले पर दहला
भाजपा नेताओं के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिजली अधिकारियो ने नहले पर दहला वार किया है. कहा है की बिजली संकट के लिए विभाग नही आम लोग और उद्योग जगत जिम्मेवार है. लोग आवंटित कनेक्शन क्षमता से ज्यादा बिजली का उपभोग कर रहे हैं. नतीजा हर इलाके में लगे ट्रांसफार्मर न केवल जल रहे बल्कि फ्यूज उड़ रहे, स्विच ट्रिप कर रहा, ओवरलोड के कारण बिजली ट्रिप कर रहा. ऐसे में बिजली विभाग क्या करें. लोग ईमानदारी से स्वीकृत क्षमता के अनुसार बिजली का उपभोग करे तो न ट्रांसफार्मर जलेंगे, ना स्विच ट्रिप करेगा, ना लोड शेडिंग होगी. बिजली विभाग के सहायक अभियंता ने बताया की हर इलाके में विभाग आवंटित कनेक्शन क्षमता के अनुसार ट्रांसफार्मर लगता. मगर लोग आवंटित क्षमता से कई गुना ज्यादा बिजली का उपभोग कर रहे, नतीजतन अत्यधिक लोड के कारण ट्रांसफार्मर जल रहे, सब स्टेशन पर अतिरिक्त लोड पड़ रहा. लोड शेडिंग करना. विभाग की मजबूरी बन जा रही. लोग इस बात को समझते नही. कनेक्शन एक वाट का लेते और बिजली चार वाट का इस्तेमाल करते.आखिर बिजली विभाग का इसमें क्या दोष...