रांची : बीजेपी ने दीपक प्रकाश को झारखंड से राज्यसभा के उम्मीदवार होंगे. बीजेपी की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक में दीपक प्रकाश के नाम पर मुहर लगा दी गयी है. बता दें कि दीपक प्रकाश वर्तमान में झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. इसके साथ ही पार्टी ने असम से भुवनेश्वर कालिका, असम से भुवनेश्वर कालीता, बिहार से विवेक ठाकुर, गुजरात से अभय भारद्वाज, गुजरात से रमीलाबेन बारा, मणिपुर से लिएसेंबा महाराजा, मध्यप्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से उदयना राजे भोंसले, राजस्थान से राजेन्द्र गेहलोत, महाराष्ट्र से आरपीई के रामदास अठावले और असम से बीपीएफ से बुस्वजीत डाइमरी के नाम पर मुहर लगा दी गयी है.
औंधे मुंह गिरा रघुवर का सेंसेक्स
इधर, दीपक प्रकाश के राज्यसभा का टितट कंफर्म होते ही रघुवर दास की उम्मीदों पर पानी फिर गया. या पिर यूं कहें कि रघुवर दास का सेंसेक्स औंधे मुंह गिर गया. बता दें कि रघुवर दास पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में कैंप किये हुए थे. पर वहां कैंप करने का उन्हें कोई भी फायदा नहीं मिला और पार्टी ने राज्यसभा के टिकट पर दीपक प्रकास के नाम की मुहर लगा दी.
लगभग 30 सालों से भाजपा के साथ हैं दीपक प्रकाश
दीपक ने करियर की शुरुआत एबीवीपी से की थी. वर्ष 2000 में जब झारखंड राज्य अलग हुआ तो मुख्यमंत्री बाबूलाल के कार्यकाल में झारखंड स्टेट मिनिरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जेएसएमडीसी) के चेयरमैन बनाए गए. जब बाबूलाल ने भाजपा छोड़ी और झाविमो बनाया तो दीपक प्रकाश उनके साथ चले गए थे. हालांकि, जल्द वह फिर से भाजपा में वापस आ गए. भाजपा की पिछली कमेटी में दीपक प्रकाश प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर रह चुके. लक्ष्मण गिलुवा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद महामंत्री बने. इसके बाद पिछले महीने 25 फरवरी को दीपक प्रकाश को केंद्रीय नेतृत्व ने झारखंड भाजपा की कमान सौंप दी.
एक उम्मीदवार को 28 विधायकों का समर्थन जरूरी
ज्ञात हो कि राज्यसभा के लिए झारखंड से खाली हो रही दो सीटों पर वोटिंग हो रही है. 26 मार्च को मतदान होगा और इसी दिन शाम में नतीजे घोषित किए जाएंगे. चुनाव में जीत के लिए एक उम्मीदवार को कम से कम 28 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी. बाबूलाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने के बाद इस पार्टी की सदस्य संख्या 26 हो गयी है. आजसू के दो विधायकों को मिला लें तो भाजपा समर्थक विधायकों की संख्या 28 हो जाती है.