रांची : झारखंड बीजेपी ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने को लेकर गुहार लगाई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य सभा सांसद दीपक प्रकाश, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू और प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा के तीन सदस्यों वाली प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है.
झारखंड की राजनीति में नेता प्रतिपक्ष का मुद्दा अब राजभवन तक पहुंच गया है. झारखंड बीजेपी ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने को लेकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से गुहार लगाई है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के नेतृत्व में पार्टी के तीन सदस्यों वाली प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपते हुए इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. बीजेपी नेताओं का तर्क है कि बाबूलाल मरांडी को चुनाव आयोग से लेकर विधानसभा सचिवालय ने भी बीजेपी का विधायक मान लिया है, फिर भी सदन के अंदर उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया जा रहा.
जेवीएम का बीजेपी में विलय के बाद से ही बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई थी. बाद में बीजेपी ने अपने विधायकों की सहमति के बाद बाबूलाल मरांडी को विधायक दल का नेता भी घोषित कर दिया. इस घोषणा के बाद बीजेपी के अंदर खाने इस बात को लेकर भी चर्चा होती रही की क्या बाबूलाल मरांडी के अलावे बीजेपी के पास नेता प्रतिपक्ष का कोई दूसरा चेहरा नहीं था. इस सवाल के जवाब में बीजेपी नेताओं के पास वैसे तो कोई जवाब नहीं है, पर राजनीतिक तर्क के जरिये बाबूलाल मरांडी के पक्ष में राजनीति जरूर जारी है.
झारखंड में दल-बदल का इतिहास बहुत पुराना रहा है. बाबूलाल मरांडी खुद इस दल-बदल के दंश को झेल चुके हैं. बीजेपी का मनना है कि जेवीएम का पार्टी में विलय हो चुका है, जबकि सदन के अंदर जेवीएम के कुल तीन विधायकों का आंकड़ा 1 के मुकाबले 2 की संख्या के आधार पर बंटा हुआ है. ऐसे में अब देखना होगा कि राज्यपाल इस मामले में बीजेपी की गुहार पर क्या कदम उठाती हैं.