अजय लाल / न्यूज 11 भारत
रांची- राजभवन के पास विभिन्न संगठनों के प्रदर्शन से बेशक पुलिस हांफती हुई और आम आदमी परेशान दिखता हो, लेकिन पहाड़ी मंदिर के रहने वाले अशोक लाल को यह भीड़ थोक भाव से खुशी दे जाता है. अशोक लाल राजभवन के पास चना बेचते हैं. हर दिन की चार सौ रुपये कमाई होती है, लेकिन जब राजभवन के पास कई तरह के संगठन के लोग जिंदाबाद-मुर्दाबाद करते आते हैं, तो अशोक लाल की खुशियों का ठिकाना नहीं होता है. घंटे भर में चना बिक जाता है, और थोड़ी ही देर में जेब में पूरे चार हजार रुपये आ जाते हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि राजभवन के पास होने वाले प्रदर्शन और जुलूस की सूचना अशोक लाल के पास विशेष शाखा से पहले ही पहुंच जाती है, और उसी हिसाब से वह चना लेकर राजभवन के पास पहुंचता है. पिछले दिनों रसोईया संघ के आंदोलन के दौरान अशोक लाल बीस किलो चना भिंगो कर लाया था. सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक इक्का दुक्का ग्राहक आये, लेकिन जुलूस के आते ही बीस किलो चना आधे घंटे में साफ हो गया. एक प्लेट चना दस रूपये का आता है. हिसाब लगा लें तो चार सौ लोगों ने चना खाया होगा. अशोक लाल के अलावे आधा दर्जन से ज्यादा छोटे खोमचे वालों का व्यापार प्रदर्शन के दिन पूरे उफान पर रहता है.
अशोक लाल का पूरा परिवार रांची के पहाड़ी मंदिर के पास रहता है. वह नियमित रूप से ना सिर्फ अखबार बल्कि झारखंड से सबसे बड़े चैनल न्यूज 11 का भी नियमित दर्शक है. वह कहता है कि राजभवन के पास होने वाले प्रदर्शन की सूचना उसे न्यूज 11 से ही ज्यादा मिलती है. जब उनसे वाल पूछा गया कि आज बीस किलो चना कैसे लेकर आये, तो वह कहता है कि तीन दिन पहले ही उसे न्यूज 11 से सूचना मिली थी कि रसोईया संघ का राजभवन और मुख्यमंत्री आवास के पास प्रदर्शन होने वाला है और उसी हिसाब से उसने तैयारी की थी.
बहरहाल, यदि निकट भविष्य में जब कभी आप राजभवन के पास होने वाले प्रदर्शन से परेशान दिखें, तो एक बार अशोक लाल की खुशियों को जरूर याद कीजिएगा. यह प्रदर्शन कई लोगों के लिए रोजगार का माध्यम भी बन जाता है.