चार माह के भीतर दुबारा घर को तोड़े जाने से भुक्तभोगी के समक्ष आवास का संकट: मुखिया
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-चुरचू प्रखंड के मांडू रेंज के चरही वन क्षेत्र के करगी गांव लुकुइयां टोला में बुधवार की रात्रि एक बजे हाथियों का एक झुंड ने धानेश्वर गंझू के आवास को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया. भुक्तभोगी धानेश्वर गंझू के मिट्टी का घर को पूरी तरह से तोड़ - फोड़ कर दिया. साथ ही घर में रखे अनाज को पूरी तरह से चट कर गए. ज्ञात हो की हाथियों के द्वारा इसी घर को 9 जनवरी को इसी घर को हाथियों का झुंड इसी घर को पूरी तरह से तोड़ फोड़ कर दिया था. जिसका अब तक वन विभाग के द्वारा किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं मिला. पांच माह के भीतर दुबारा इसी घर को हाथियों ने अपना शिकार बनाया. जिसके कारण भुक्तभोगी पूरी तरह से टूट गया है तो वही बर्बाद हो चुका है.
बताते चले की हाथियों का झुंड विगत दिनों से आसपास के इलाके में विचरण कर रहा है लेकिन वन विभाग के द्वारा अब तक किसी तरह का कोई सुध नहीं लिया जा रहा है. गांव में ही मुकेश महतो व प्रदीप गंझु के घर को भी अपनी चपेट में ले लिया. इसके अलावे मंगलवार को देर शाम करगी गांव में बालेश्वर महतो के घर को तोड़ फोड़ कर दिया था. वही कई किसानों का फसल को बर्बाद कर दिया गया. बुधवार की रात्रि धानेश्वर गंझु घर के लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे. भुक्तभोगी धानेश्वर गंझू ने बताया है देर रात एकाएक हाथियों का झुंड एकाएक घर के बलि व दीवार को खीचने व तोड़ने की आवाज़ सुनाई दी तो हमलोग काफी भयभीत हो गए और किसी तरह घर से निकलकर भाग बाहर निकला तो देखा की हाथियों के द्वारा घर पर धावा बोल दिया गया है हमलोग किसी तरह से अपनी - अपनी जान बचाने का प्रयास किया. फ़िलहाल हाथियों ने घर के साथ -साथ घर में रखे अनाज को पूरी तरह चट कर गए तो धान, चावल, महुआ, मकई आदि जरूरत मंद समान को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया. बताते चले की साल भर के भीतर दूसरी बार जंगली हाथियों के द्वारा इसी घर के दूबारा तोड़ - फोड़ किया गया . जिसके कारण लोगों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. इतनी बड़ी हादसा होने के बावजूद वन विभाग के द्वारा पिछले बार का अबतक किसी तरह की कोई मुआवजा नही दिलाया गया है. वही लोग के द्वारा सूचित करने के बावजूद अब तक मौके वारदात पर नहीं पहुंचने से लोग काफी आक्रोश है.
क्यों भटक रही है आये दिनों इसी जंगल में हाथियों का झुंड: वन विभाग की मानें तो जंगली हाथियों का भटकना आम हो गया है. सबसे पहले स्थानीय लोगों के द्वारा जंगल में आग लगाना, महुआ की महक व जल स्रोत का कम होना मुख्य वजह है जिसके कारण जंगली हाथी इधर से उधर भटकने को मजबूर है. आमजन को जंगली हाथियों से बचने की जरूरत है. ताकि किसी तरह का कोई बड़ी घटना वारदात न हो सके. फिलहाल समाचार लिखे जाने तक भुक्तभोगी को किसी तरह की कोई सहयोग नहीं किया गया. इधर विधायक प्रतिनिधि मेघनाथ महतो के द्वारा घटनास्थल पहुंचकर भुक्तभोगी को विभाग के द्वारा इस बार हर हालात में मुआवजा दिलाने की आश्वासन दिया गया है. घटनास्थल जायजा लेने पहुंचे पंचायत के मुखिया: लुकुइयां गांव में जंगली हाथियों के द्वारा नुकसान किए जाने के बाद अहले सुबह पंचायत के मुखिया पूनम बेसरा पंचायत के पूर्व उप मुखिया सहदेव किस्कू ,वार्ड सदस्य प्रमोद कुमार चौधरी घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया तो वही वन विभाग के कर्मी व अधिकारी को दूरभाष पर जानकारी दिया गया लेकिन समाचार लिखे जाने तक वन विभाग के कोई कर्मी व अधिकारी नहीं पहुंचे.