गढ़वा : गढ़वा जिले के मझिआंव कस्तूरबा विद्यालय से 2 महीने पहले ही एक नाबालिक छात्रा के गर्भवती होने का मामला सामने आया था जिसे लेकर जिले मे खलबली मच गयी थी. अभी ये मामला सबकी जहन मे ताजा ही था की इसी विद्यालय मे आज फिर एक और नाबालिग़ छात्रा के गर्भवती होने का मामला सामने आया है जिसको लेकर सब सन्न है.
खबरों की माने तो जैसे ही ये मामला सामने आया शिक्षा विभाग ने बच्ची का गर्वपात कारवाने की कोशिश मे जुट गए ताकि उनपर कोई उंगली न उठा सके, सोचने वाली बात ये है की आखिर बच्चियों को कैसी शिक्षा दी जा रही है साथ ही ये भी सवाल उठता है की विद्यालय के शिक्षक अपने दायित्व का किस तरह निर्वहन का रहे हैं.
इससे पहले कस्तूरबा में पढ़ने वाली एक नाबालिग़ छात्रा के माँ बनने का मामला मीडिया में सामने आया था तब मामले की जांच शुरू हुई और इस मामले में कई लोग जेल गए थे और अभी वार्डेन और डॉक्टर को गिरफ़्तार करने के लिए पुलिस प्रयासरत है. पिछली बार भी विभागीय अधिकारी का ये कहना था की मामला बहुत ज्यादा गंभीर है और इसकी जांच भी गंभीरता से की जा रही है.
सामर्थ्य बिना पढ़ायी से वंचित बच्चियों को शिक्षित करने के उद्देश्य से स्थापित कस्तूरबा स्कूल में कैसी शिक्षा और संस्कार स्थापित हो रहे हैं इसे इन दो मामलों से समझा जा सकता है,अब सवाल उठता है कि आख़िर किस तरह पहले वाले मामले में जांच हुई और बाकी सभी कस्तूरबा पर नज़र रखी गयी कि एक और कस्तूरबा में ऐसा मामला सामने आ गया ?