रेलवे ई-टिकट हैकर मोस्ट वांटेड 50000 का इनामी हामिद अशरफ पुलिस के हत्थे चढ़ गया है, उत्तर प्रदेश के बस्ती पुलिस एवं रेलवे पुलिस की तत्परता से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. शातिर हैकर हामिद अशरफ ने रेलवे को करोड़ों रुपए की चपत लगाई थी. जानकारी के मुताबिक हामिद अशरफ की तालाश कई राज्यों की पुलिस के साथ सीबीआई को भी थी.
2016 में पहली बार सीबीआई के हत्थे चढ़ा था, उसके बाद जमानत मिली और फिर से रेलवे के ई-टिकटिंग का काम शुरू किया, जिसके बाद से इसकी तालाश पुलिस और रेलवे के साथ सीबीआई लगातार कर रही थी. इस शातिर रेलवे रिजर्वेशन टिकट के लिए बकायदा रेड मिर्ची और एएनएम एस सॉफ्टवेयर तैयार किया. जिसके जरिए रेलवे की साइट हैक कर टिकट को बुक कर लिया जाता था, वहीं उसे ब्लैक कर बेचा जाता था. मास्टरमाइंड हामिद ने इस सॉफ्टवेयर के जरिए पूरे देश में 15 100 से भी ज्यादा एजेंट तैयार किए थे सभी एजेंटों को लॉगिन पासवर्ड देकर ई-टिकट बुक कर आता था. एवज में सॉफ्टवेयर का महीने का किराया जो टिकट ब्लैक होते थे उसका कमीशन भी उस से मिलता था.
झारखंड से भी जुड़ा है शातिर हामिद अशरफ के तार
आरपीएफ डीजी अरुण कुमार को हामिद अशरफ दुबई से इंटरनेट कॉलिंग कर कहा था कि टिकट का कारोबार जल्द बंद कर देगा, उसके बाद से ही उसकी गिरफ्तारी के लिए दुबई से लेकर भारत के कोने-कोने तक जाल बिछाया, हामिद अशरफ के तार झारखंड से भी जुड़े हैं, झारखंड के हजारीबाग रोड से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो हामिद के सॉफ्टवेयर से टिकट की पैकिंग किया करते थे आरपीएफ की टीम के द्वारा गिरफ्तारी हुई है.