रांचीः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का दो दिवसीय 21वां प्रांतीय अधिवेशन शनिवार को धुर्वा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के परिसर में शुरू होगा. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व स्टील मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शामिल होंगे. विशिष्ट अतिथि के रूप में विकास भारती विशुनपुर के सचिव पद्मश्री अशोक भगत उपस्थित रहेंगे। उद्घाटन दोपहर 1.30 बजे होगा.
आयोजन अध्यक्ष कुणाल आजमानी ने बताया कि इस अधिवेशन में ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के नाम पर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है. इसमें झारखंड की कला-संस्कृति और झारखंड की विशेषताओं एवं वर्तमान परिदृश्य के संदर्भ में एक आकर्षक प्रदर्शनी का अवलोकन करने का अवसर सभी नवजवानों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस अधिवेशन में तीन प्रस्ताव लाए जाएंगे.
इसमें राज्य की वर्तमान शैक्षणिक अव्यवस्था को ठीक करने, राज्य की वर्तमान परिदृश्य और महिलओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मुद्दे शामिल हैं. संगठन मंत्री श्रीनिवास द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियावयन के लिए पहल पर भाषण होगा. इसी दौरान 2020-21 की परिषद की नई कार्यकारणी की घोषणा भी होगी.
स्वागत समिति के मंत्री रमेश पुष्कर ने कहा कि अभाविप का यह अधिवेशन संपूर्ण झारखंड के छात्रों का संगम है. इसमें विभिन्न कॉलेजों के छात्र नेता एवं प्राध्यापक इकट्ठे राज्य की संस्कृति, शिक्षा, सुरक्षा जैसे विषयों पर चिंतन-मंथन करेंगे. इस चिंतन से जो अमृत प्रकट होगा, वह राज्य के शैक्षणिक वातावरण के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा. कोरोना संक्रमण के कारण पूरे राज्य से मात्र 300 कार्यकर्त्ता इसमें सामिल हो रहे हैं.