रांची: 24 जनवरी को होगी आठवीं की बोर्ड परीक्षा, इसमें पूरे राज्य से कुल 514430 परीक्षार्थी शामिल होंगे...
लेकिन अब तक बाजार में किताबें नहीं पहुंची हैं, सरकारी स्कूलों के बच्चों को किताबें सरकार ने उपलब्ध करा दी हैं, लेकिन निजी स्कूलों के विद्यार्थियों को किताबें नहीं मिली हैं, जिसके कारण निजी स्कूलों के 1,18,271 बच्चे बिना किताब पढ़े ही परीक्षा देने को मजबूर हैं ...
आठवीं की बोर्ड परीक्षा सरकारी विद्यालयों में प्रभावी पाठ्यक्रम के आधार पर ली जाती है. पहली से आठवीं कक्षा तक के सरकारी स्कूलों के बच्चों को किताबें राज्य सरकार नि:शुल्क देती है. जबकि निजी स्कूलों के बच्चे बाजार से उत्तर कुंजी खरीद कर पढ़ रहे हैं.
JCERT ने वर्ष 2019-20 से कक्षा एक से आठ तक की किताब बाजार में भी उपलब्ध कराने की बात कही थी. सरकारी स्कूलों में किताब वितरण के लिए चयनित प्रिंटरों को बाजार में किताब उपलब्ध करानी थी. लेकिन प्रिंटरों के समय पर बाजार में किताब उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण, दुकानदारों ने किताब नहीं ली.
75000 परीक्षार्थी फेल हुए थे वर्ष 2019 में
वर्ष 2019 में आठवीं की बोर्ड परीक्षा में कुल 489852 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इनमें से 414319 परीक्षार्थी पास हुए, जबकि 75533 परीक्षार्थियों को पास मार्क्स (33 फीसदी) से कम अंक मिले. इन परीक्षार्थियों को डी ग्रेड में रखा गया था. इसके बाद पूरक परीक्षा हुई, जिसमें 75 हजार में से 56 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए. लगभग 19 हजार फेल विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए. पूरक परीक्षा में भी 15033 परीक्षार्थी फेल हो गये.