आखिरी टेस्ट मैच कल से
अहमदाबाद: भारतीय टीम ने हाल ही में इंग्लैंड को एकतरफा अंदाज में शिकस्त दी थी जिसके बाद से आलोचक लगातार पिच पर सवाल उठा रहे हैं. इंडिया टीम के कप्तान विराट कोहली ने इसका करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हम 3 दिन में टेस्ट हार गए थे. तब किसी ने कुछ नहीं बोला था. लोग कह रहे थे हमारे बल्लेबाजों ने बेकार खेला और अब पिच पर सवाल उठा रहे हैं. कोहली ने कहा कि मुझे नहीं पता कि लोग बॉल और पिच पर इतना फोकस क्यों कर रहे हैं.
गुरुवार से भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच खेला जाने वाला है. मैच से एक दिन पहले कोहली ने कहा, ‘तीसरे टेस्ट में भारत और इंग्लैंड दोनों ही टीम गेंदबाजी का सामना करने में नाकाम रही थी. इसमें स्किल्स का महत्व था, न कि पिच बुरी थी. हमारा फोकस पिच पर नहीं, खुद को मजबूत करने पर है.’
तापमान का असर पड़ सकता है
उन्होंने कहा- स्पिनिंग ट्रैक को लेकर विपक्षी बहुत कुछ कह रहे हैं. मुझे लगता है कि हमारी मीडिया को उन्हें जवाब देना चाहिए. उन्हें बताना चाहिए कि भारतीय महाद्वीप में ऐसी ही पिचें मिलती हैं. एक बल्लेबाज के रूप में मेरा फोकस सिर्फ इसी पर है कि मैं स्कोर करूं और भारतीय टीम के लिए मैच जीत सकूं. कोहली ने कहा कि इस वक्त टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ काफी मजबूत है. टीम में कोई भी स्वास्थ्य समस्या नहीं है. पिछले कुछ दिनों में तापमान बढ़ा है और इसका मैच पर असर पड़ सकता है.
जेम्स एंडरसन की प्रशंसा की
भारतीय कप्तान ने कहा कि जेम्स एंडरसन वर्ल्ड क्लास बॉलर हैं. 2014 में उनका सामना करने से पहले मैंने काफी सोच-विचार किया था. अब मैं बॉलर को नहीं, बल्कि बॉल पर फोकस करता हूं. वे कई बार मुझे आउट करने के करीब पहुंच चुके हैं. कोहली ने कहा कि रोटेशन पॉलिसी का इस्तेमाल होना चाहिए. हम सब इंसान हैं और हमें ब्रेक की जरूरत पड़ती है. अब जब खिलाड़ियों को बायोबबल में रहना पड़ रहा है, तो इसका असर मानसिक स्थिति पर भी पड़ सकता है. मानसिक स्थिति का ध्यान रखना इन दिनों सबसे बड़ी बात है.